केरल में भूखी गर्भवती हथिनी को जलते पटाखों से भरा अनानास खिलाया, मुंह में फटने से मौत, हत्या करने वाले अपराधियों को फांसी की सजा दी जाए
सेतु संकल्प न्यूज़।  पटाखों से भरा अनानास खिलाने से केरल के मलप्पुरम में एक गर्भवती हथिनी की दर्दनाक मौत ने देश भर को सोचने पर मजबूर कर दिया कि क्या सर्वाधिक साक्षरता वाले राज्य में इंसानियत शून्य हो गयी है...? किसी शांत मूक प्राणी की निर्मम हत्या ने लोगो को झकझोर दिया है । क्या कोई इंसान ऐसा कर सकता है...? या इंसान जैसे दिखने वाले शरीर मे ये बेहशी दरिंदे घूम रहे है । केरल मूक प्राणियों को मारने के मामले में बदनाम है। केरल की सड़कों पर मूक प्राणियों को मारने के लिए लोग भोजन में मिलाकर जहर फेंक देते हैं। केरल में हर साल करीब 600 हाथी मारे जाते हैं । केरल में हर तीसरे दिन एक हाथी को मार दिया जाता है। केरल के मल्लापुरम में भूखी हथिनी भोजन की तलाश में शहर की तरफ आ गई थी। ​हथिनी को भूख लगी थी और उसे लोगों ने जब अनानास दिया तो उसने विश्वास करके खा लिया उसने यह सोचकर खाया की पेट मे पल रहा बच्चा भूखा न रह जाये । अनानस खाते ही उसमे छुपाकर रखे पटाखे उसके मुंह में ही फट गए जिससे बाद में उसकी मौत हो गई । इस हादसे के बाद हथिनी एक नदी में खड़ी हो गई और असहनीय दर्द सहती रही । जरा सोच कर देखिए एक शांत स्वभाव की गर्भवती हथिनी जिसका जबड़ा जीभ पटाखे से जल जाने के बाद भी वो किसी को नुकसान न पहुंचाए । एक नदी में जाकर खड़ी हो जाये पानी पिये ताकि उसके अंदर पल रहें बच्चे को वो बचा सकें ओर उस तक पटाखों का जहर जाने से रोक लें । आप स्वयं बहुत दिनों से भूखे हो और आपको कोई कुछ खाने को दे तो आप बिना जांच करें तुरन्त दी गयी वस्तु को खा लेंगे । सामने वाले ने उसमे यदि जहर मिला दिया हो तो भी आपको कुछ पता नही चलेगा । एक माँ हमेशा माँ होती है... उसने अंतिम सांस तक अपने पेट मे पल रहें बच्चे की रक्षा करने की कोशिश की । एक माँ जिसने कई दिनों से भोजन नही किया था... । एक माँ जिसको नही पता था कि मानव की बस्ती में वो पेट की आग बुझाने जा रही है वो मानव उसके पेट मे बारूद भर देगा । वो मानव उसके पेट मे पल रहें बच्चे की भी जान ले लेगा ।

डॉक्‍टर्स ने हथिनी के शरीर की जांच करने के बाद जो बात कही, उसे सुनकर शायद आपकीं आंखे नम: हो जाएगी । जांच करने के बाद डॉक्‍टर्स ने बताया कि "पटाखे हथिनी के मुंह में फट गए थे। इसकी वजह से उसके मुंह का निचला हिस्‍सा और जीभ बुरी तरह जल गई थी। ऐसे में दर्द के कारण वह कुछ खा नहीं पा रही थी। काफी समय तक हथिनी भूखी भी थी, जब पेट में पल रहे बच्चे को भी कुछ नहीं मिल पाया, उसने तड़प-तड़पकर दम तोड़ दिया। ये बेहद दर्दनाक मौत थी।" भारत देश मे हाथी की पूजा होती हैं विश्वास नही होता कि कोई कैसे मूक प्राणी को इतनी दर्दनाक मौत दे सकता है । केरल की 2017 की एक घटना आपको याद होगी यहां कांग्रेस के नेताओं ,कार्यकर्ताओं ने गाय के बछड़े को बीच चौराहे पर काट दिया था । केरल के कन्नूर की इस घटना का देशभर में बहुत विरोध हुआ था । बीच चौराहे पर ही उसी बछड़े के मांस की इन्होंने पार्टी भी की थी । वहां इस समय कांग्रेस की सरकार है और हाथिनी की दर्दनाक मौत पर भी वहां कार्यवाही नही की जा रही है । देशभर में उठे विरोध के वाबजूद कांग्रेस के राहुल गांधी जो केरल से सांसद एक शब्द उनके मुहं से नही निकला लगता है उनके मुहं में दही जमा हुआ है । केवल पशु हत्या या शिकार की धाराओं में कार्यवाही न करते हुए ऐसे लोगो को फांसी की सजा देनी चाहिए या इन्हें भी कई दिनों तक भूखा रखकर भोजन में जलते पटाखों की लड़ लगाकर खिला देना चाहिए । जैसे वो गर्भवती हाथिनी मरी है ठीक उसी तरह इन लोगो को भी सजा देनी चाहिए । ऐसे कृत्य करने वाले इंसान नही हो सकते तो क्यो न उन्हें कड़ी से कड़ी आमानवीय सजा दी जाए । ऐसे लोगो को अधमरा करके फांसी पर लटका देना चाहिए । 

(उक्त लेख के किसी भी हिस्से को लेखक की सहमति के बिना कॉपी करना गैरकानूनी है ,कॉपी करने पर कानूनी कार्यवाही की जाएगी )

लेखन एवं संकलन मिलिन्द्र त्रिपाठी