डॉक्टर्स ने हथिनी के शरीर की जांच करने के बाद जो बात कही, उसे सुनकर शायद आपकीं आंखे नम: हो जाएगी । जांच करने के बाद डॉक्टर्स ने बताया कि "पटाखे हथिनी के मुंह में फट गए थे। इसकी वजह से उसके मुंह का निचला हिस्सा और जीभ बुरी तरह जल गई थी। ऐसे में दर्द के कारण वह कुछ खा नहीं पा रही थी। काफी समय तक हथिनी भूखी भी थी, जब पेट में पल रहे बच्चे को भी कुछ नहीं मिल पाया, उसने तड़प-तड़पकर दम तोड़ दिया। ये बेहद दर्दनाक मौत थी।" भारत देश मे हाथी की पूजा होती हैं विश्वास नही होता कि कोई कैसे मूक प्राणी को इतनी दर्दनाक मौत दे सकता है । केरल की 2017 की एक घटना आपको याद होगी यहां कांग्रेस के नेताओं ,कार्यकर्ताओं ने गाय के बछड़े को बीच चौराहे पर काट दिया था । केरल के कन्नूर की इस घटना का देशभर में बहुत विरोध हुआ था । बीच चौराहे पर ही उसी बछड़े के मांस की इन्होंने पार्टी भी की थी । वहां इस समय कांग्रेस की सरकार है और हाथिनी की दर्दनाक मौत पर भी वहां कार्यवाही नही की जा रही है । देशभर में उठे विरोध के वाबजूद कांग्रेस के राहुल गांधी जो केरल से सांसद एक शब्द उनके मुहं से नही निकला लगता है उनके मुहं में दही जमा हुआ है । केवल पशु हत्या या शिकार की धाराओं में कार्यवाही न करते हुए ऐसे लोगो को फांसी की सजा देनी चाहिए या इन्हें भी कई दिनों तक भूखा रखकर भोजन में जलते पटाखों की लड़ लगाकर खिला देना चाहिए । जैसे वो गर्भवती हाथिनी मरी है ठीक उसी तरह इन लोगो को भी सजा देनी चाहिए । ऐसे कृत्य करने वाले इंसान नही हो सकते तो क्यो न उन्हें कड़ी से कड़ी आमानवीय सजा दी जाए । ऐसे लोगो को अधमरा करके फांसी पर लटका देना चाहिए ।
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लेखन एवं संकलन मिलिन्द्र त्रिपाठी